0002まちがって名前消しちゃいました。
2018/05/18(金) 06:56:34.12ID:???_-_----__--___--___--_---___--_-_-_--___---___-__---___-__-__--____----_--_-
---_-_-_-__--__-_--_-------____--_-_-____-_---___-_-_----_-___-_---_-_______
_-_-_--_------_-_----_-------___-___-___-_-_---______--___---__-__-__-___-__
_-_-___--_-__-_-____--_------__---_-----_-_______-___---_-_----______----__-
--__-_-__---_---_----_--_--_-_-__------_____-__-___-___--__---_____--___-__-
_-_--__-___-----_____---_----__-___-__--_-___-_--___-_----_-_-___---_---__-_
_-__----_--__--_____--_--_-______-___-_--_--_----___-____--_---____-----_---
__---_____---__--_-___--__---_--__--_-___-_-_--_-_---_-_-_---_---__-_-_____-
-___-----_-_--_---___---__-___-___--__--_-_---____------_-__-______-----____
-_-___-_-_-___---__----__-__--_-___-___----___-____---_----__-_--___-_---_--
----_----_--_-_-_______--__---__-__--__---_-___----__-_-_-__-__---__---_____
----_-___-___-_____--__---___---_-_--__--_--___---_-__-----_____-__-_--__---
_-_---_-___---__-__----__-____-_______----_----__-__-_-_-_----___----_-_--__
--___--__---_-----_-__-_--_-_--__-__---____--____-___--___--____-_--_---__--
-___----__-_-__--__-----______-------_----__-_--_-_-_-___-_-___-_---___-____
___-_--_-_--________--__-------___-__----__-__-__-_--_-_-__--_--__-_---_---_
-__-__-_--__----___-__--------__-_____-___-__-_--__--_-_--_____--__-__------
-____-_-_---__-__--_____-----__--__--___----_-__-_____-_-_---__-_--__--_----
__----_-__---_----_____-__-_-__-__--_-_--_-_-_-_---_--__--_-__--_-_--__-____
_---_--__--___-_-_--_-__--_-__-_-_---__--_______----___--_-_-_--___-__-_----
---__---_-__-_____--_-__--_-__-_____--_---_____----__-_--_-_-_----_-___---_-
--_--____-____----__-__---__---_-----_--_--__-_-___-__--___-__-___---__-_-_-
-_--_-_-___-_-_---_--_-___-__-__-___--_----___--_--_-____-_-__-_-_---_---__-
-___---_-__-----__-___--__----_-__-__---_-_---___--_--__---___-___-__-__--__
_-_-__-_-------___--_-_----________-__-_----____--__---__----___--__-_-___--
-___--_-__-_---__-____-__-------___-_-_---_-____--______---_----___----_--__
___-_---__-_-_-_--_-____-_-------_____----_-__---_-_-_---__--_--_____-__--__
_-----__-_-___-___--_--_-------___----__--__-_--__--____-_--__-__--__--_____
__---__-----_--___-__--_-__---_-----_---_------__________-__---__-____-____-
_-_-__-_-___-___--___--_---_-__---__--_---_-__-__-___--_-_-____----_-_--_---
-_--_--____-_-__--_-_----_--_-_-__----__--_-___-_--_-______-__-___-_---_--_-
-_-____--_--__-________--___-----____---__---_-____---_-_---_--_-_-_-_--_---
-__-_-__--__--______--____--_-_-_-___---_--__-_-_----_-____--_-_-_-_------_-
----___----_-__-____----__---------_-__-____--_--_-___-_--___---____--______
_----_-______--_-___-_--____--_-___---_____--__-_--------_--_-____-_-----__-
---_---__------_-___-_----_-_---____-______-_--_-__-__-_-_-__-_-___---___--_
__--__--__-_-_____-_--__--__-----_--_--_---_-__--__--__-_-___---_-____-_-_--
-----_____-----__-_-__-__-_----_--_-__---_--______--_--__--_--___-___--___-_
__-_---_--__-__-_--__-_-_-____-___-___-_-------_-__-_-_--_-__-__-___---_----
_-_-______--_--_-__-_---______-_--___---__-_--__-_-_---_--_____------_-_----
-__---____-----_-___-__-_______-_-_____--_--_--__-_---_---_--_----__--_-__--
_-___-__--_-_-_-__-__--__-____-----_----_---_____---____-___-_--__---_----_-
-__-__-_--___----_-__-_-_---___-----__---__--___-_-_--__-_-__--__-_--_--____
_-__---__----_-_--_--_-_--____-_--__--_-_--___--__-----___--__-____--__--___
_-_-_--__-____-__--_--__-----____-_-_-_-____--___-____--___----_--_----_----
_-_---__-_-_____-----__---__-_-___---_-_-_--___-_-__-__-__--_-___-_----__---
_---__-_-_-----__--_-_____-_-___--___---_-__-____---_---_-_-_-___-_-_-_-_---
__-_-____---___-_-__--_---_-_-_----_-_--__-_-__-___-_-_-__-_-__-__--_--_----
_--__----_--_____-___-_--_--___--__-_-___----_____-_-----_---_--__-___--_-_-